Saturday, July 06, 2019

सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है

कमी थी तो बस एक सिगरेट के कश की। घटाएं उमड़ घुमड़ रही थी और करने को वैसा कुछ खास था नहीं। दिन के पहले हिस्से में एक बड़ा काम निपटा लिया था और दोपहर सुस्त सी थी और उस पर ये मौसम- शायर होते तो आशिकाना कह कर एकाध शेर पढ़ ही डालते।

 सुना है कि ख़यालों के घोड़े दौड़ने लगते हैं सिगरेट की कश से। उस पर से उन्होंने कहा एक-एक प्याली चाय हो जाए।तब तो तलब और भी बढ़ गई। ईस्टमन कलर के किसी आर्ट फिल्म का दृश्य आँखों के सामने तैर गया- जिसमें हीरो अमुमन सफेद कुर्ते पजामे में, तर्जनी और मध्यमा के बीच सिगरेट को फँसाए, उसी हाथ से चाय की चुस्की लेता है।  शायद हम एक सदी लेट पैदा हो गए- बेलबॉटम हमें हमेशा से पसंद हैं, फिर वो बड़े कॉलर वाले शर्ट(हाफ स्लीव हों तो और भी अच्छा) और लम्बे कलम वाला हेयरस्टाईल। कपड़े सफेद और उस पर जैसे सिगरेट के धुएँ का श्रृंगार- हम सच में एक पीढ़ी लेट पैदा हुए!

 खैर बात कश की- आप मंटो से लेकर अस्सी के दशक के लेखकों को देख लिजिए, जैसे कलम के साथ सिगरेट एक लिबरल सिम्बल हो गया था। और बात कहॉं आकर छूटी- सिगरेट के डब्बों पर जले हुए फेफड़ों से लेकर मुँह पर विकृत ट्यूमर तक; और एक पीढ़ी का फैशन बन गया अगली पीढ़ी का कैंसर!

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